हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के
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हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के
असर बहुत-बहुत भइल तनी-तनी सा बात के
कहीं प फूल झर गइल कहीं प फूल खिल गइल
अलग-अलग असर भइल तनी-तनी सा बात के
जे जिन्दगी के हाल-चाल उम्र भर लिखत रहल
ऊ राज ना समझ सकल तनी-तनी सा बात के
ई मन बहुत मइल भइल तनी-तनी सा बात से
बेकार में ढोअल गइल तनी-तनी सा बात के
2 Comments:
At 10:48 AM, Suresh Kumar said…
Bahut badhiya gajal hawe aapke dhanyabad
At 10:48 AM, Suresh Kumar said…
Bahut badhiya gajal hawe aapke dhanyabad
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