राह बाटे कठिन, मगर बाटे
50
राह बाटे कठिन, मगर बाटे
चाहे बाटे अगर , डगर बाटे
होखे खपरैल भा महल होखे
नेह बाटे तबे ऊ घर बाटे
तींत भा मीठ जे मिलल हक में
ऊ त भोगे के उम्र भर बाटे
साँच पूछीं त हमरा गीतन पर
आज ले, राउरे असर बाटे
आँख नइखे ई चार हो पावत
लाख 'भावुक' मिलत नजर बाटे
Home
राह बाटे कठिन, मगर बाटे
चाहे बाटे अगर , डगर बाटे
होखे खपरैल भा महल होखे
नेह बाटे तबे ऊ घर बाटे
तींत भा मीठ जे मिलल हक में
ऊ त भोगे के उम्र भर बाटे
साँच पूछीं त हमरा गीतन पर
आज ले, राउरे असर बाटे
आँख नइखे ई चार हो पावत
लाख 'भावुक' मिलत नजर बाटे
Home
0 Comments:
Post a Comment
<< Home