जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा
49
जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा
का करो मन के मछरिया हर कदम पर काल बा
छीन के भागत कटोरा भीख के बा आदमी
देख लीं सरकार रउरा राज के का हाल बा
तीन-चौथाई गुजारत रोड पर बा जिन्दगी
तब कही पगले नू कवनो देश ई खुशहाल बा
ना करे के से करावे काम एह संसार में
का कहीं 'भावुक' हो अइसन पेट ई चंडाल बा
Home
जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा
का करो मन के मछरिया हर कदम पर काल बा
छीन के भागत कटोरा भीख के बा आदमी
देख लीं सरकार रउरा राज के का हाल बा
तीन-चौथाई गुजारत रोड पर बा जिन्दगी
तब कही पगले नू कवनो देश ई खुशहाल बा
ना करे के से करावे काम एह संसार में
का कहीं 'भावुक' हो अइसन पेट ई चंडाल बा
Home
0 Comments:
Post a Comment
<< Home