तस्वीर जिन्दगी के

Home | Manoj Bhawuk - Introduction | Bhawuk's Rachna Sansar Tasveer Jindagi Ke Collection of Gazals written by Manoj Bhawuk. This was the First Bhojpuri Book to be awarded by Bharatiya Bhasha Parishad. -------------------------------------------------------------------------------- Manoj Bhawuk gets Bhartiya Bhasha Parishad Award from Gulzar and girija devi.

Wednesday, January 17, 2007

जुल्म के सामने चुप रहल

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जुल्म के सामने चुप रहल
ई त जियते-जियत बा मरल

साँच के साथ देवे बदे
खुद से अक्सर लड़े के पड़ल

पाँव में हमरा काँटा चुभल
दर्द उनका हिया में उठल

हमरे रोपल रहल जंग ई
हमरे कीमत भरे के पड़ल

भीखमंगा सड़क पर सुतल
जइसे बालू प मछरी पड़ल

जेके पत्थर में खोजत रहीं ऊ
त धड़कन में हमरा मिलल

अब त 'भावुक' हो तहरा बिना
दू कदम भी बा मुश्किल चलल

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