तस्वीर जिन्दगी के

Home | Manoj Bhawuk - Introduction | Bhawuk's Rachna Sansar Tasveer Jindagi Ke Collection of Gazals written by Manoj Bhawuk. This was the First Bhojpuri Book to be awarded by Bharatiya Bhasha Parishad. -------------------------------------------------------------------------------- Manoj Bhawuk gets Bhartiya Bhasha Parishad Award from Gulzar and girija devi.

Friday, January 12, 2007

बात पर बात जब मन परल होई

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बात पर बात जब मन परल होई
लोर आँखिन से कतना झरल होई

दोष आँखे प काहे मढ़ाइल हऽ
कुछ कसर उम्र के भी रहल होई

लोग लूटे में लागल अनेरे बा
जब ऊ जाई त मुट्ठी खुलल होई

प्रान जाई मगर ना वचन जाई
कवनो जुग के चलन ई रहल होई

रात में के बा सिसकत सुनहटा में
जाल में कवनो मछरी फँसल होई

माथ पर साया बन के जे बदरी बा
घाम में खुद ऊ केतना जरल होई

आज कीचड़ में भलहीं सड़त बाटे
काल्ह उहे नू खिल के कमल होई

जब बसा लेलीं 'भावुक' के हियरा में
साथ उनके जिअल भा मुअल होई


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